विशेषता : मां पार्वती उनके पिता हिमालय और उस हिमालय से बहनें वाली जाह्नवी अर्थात् गंगाजी ।
अहि-रिपु-पति-कांता तात-संपूज्य-कांता ।हर-तनय-निहन्तृ-प्राणदातृ-ध्वजस्य।सखि-सुत-सुत-कांता तात-संपूज्य-कांतापितृशिरसि वहन्ति जाह्नवी मां पुनातु॥ भावार्थ :- अहि-सांप उसका शत्रु गरुड, उनके स्वामी विष्णु, उनकी पत्नी लक्ष्मी उनके पिता समुद्र, उनकी पूजा...